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शाहजहांपुर। कम ब्याज दर पर ऋण दिलाने का झांसा देकर एडवांस में रुपये ठगने वाले बागपत निवासी आरोपी उपेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी करीब 11 महीने से पुलिस से बचता घूम रहा था। पुलिस ने उस पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
थाना सदर बाजार क्षेत्र में 16 दिसंबर 2020 को एक व्यक्ति ने प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि बागपत जिले के थाना बड़ौत क्षेत्र के कासिमपुर डोढी निवासी उपेंद्र ने फोन करके एक फाइनेंस कंपनी से होम लोन और पर्सनल लोन मात्र चार प्रतिशत के ब्याज दर से दिलाने का झांसा दिया था। झांसे में आकर उसने उपेंद्र को 70 हजार रुपये एडवांस दे दिए। लेकिन उसको लोन नहीं मिल पाया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
आरोपी न पकड़े जाने पर पुलिस ने उस पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। रविवार शाम थाना सदर बाजार पुलिस की एक टीम ने बागपत में उपेंद्र के घर दबिश देकर उसको गिरफ्तार कर लिया। एसपी एस. आनंद ने बताया कि आरोपी उपेंद्र का एक गिरोह है, जिसमें कई सदस्य शामिल हैं। गिरोह के सदस्य अलग-अलग नंबरों से फोन कर लोगों को कम ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा देते थे।
आरोपी लोन दिलाने के नाम पर 2500 रुपये रजिस्ट्रेशन और सात हजार रुपये एडवांस मांगते थे। पुलिस ने 19 दिसंबर, 2020 को रिपोर्ट दर्ज कर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गैंग का सदस्य उपेंद्र तब से भागा चल रहा था।
कम ब्याज दर के लालच में न आएं
लीड बैंक मैनेजर दीपक चंद्रा ने बताया कि प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के लिए अगर फोन आता है तो सबसे पहले इंटरनेट पर उसके बारे में जानकारी जुटा लें। लोन पास होने से पहले किसी तरह के रजिस्ट्रेशन या एडवांस के रूप में रुपये नहीं लिए जाते हैं। अधिकृत बैंक से कोई व्यक्ति लोन लेता है तो उसके कागजात बनवाने के लिए एक चेक ले लिया जाता है। अगर इसके बाद भी लोन नहीं हो पाता है तो ग्राहक को चेक वापस कर दिया जाता है। फोन पर बैंक खाता, एटीएम वगैरह किसी तरह की निजी जानकारी बिल्कुल न दें। क्योंकि जहां से एटीएम बनते हैं, उनको भी एटीएम का पासवर्ड नहीं पता होता है।