शाहजहांपुर में यूपी टीईटी की परीक्षा निरस्त होने के बाद निराश होकर लौटते परीक्षार्थी । संवाद
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का पेपर लीक होने की सूचना सूचना मिलते ही जिले के सभी केंद्रों पर परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। पहली पाली में परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों से पेपर लेने पर वह मायूस हो गए। उनका कहना है कि शासन-प्रशासन की लापरवाही के कारण पेपर लीक हुआ है, लेकिन इसका खामियाजा परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ा है।
रविवार को जिले के 29 केंद्रों पर परीक्षा होनी थी। सुबह 10 बजे से पहली पाली की परीक्षा शुरू हो चुकी थी। तभी करीब 10:30 बजे आदेश आया कि पेपर लीक हो चुका है, जिसकी वजह से परीक्षा निरस्त की जाती है। इससे परीक्षा केंद्रों पर हलचल मच गई। पहले तो शिक्षक और परीक्षार्थी कुछ समझ नहीं पाए। फिर जब परीक्षार्थियों से पेपर वापस लेने के निर्देश मिले। तब सभी परीक्षार्थियों को समझ आया कि परीक्षा निरस्त हो गई है।
इसके बाद सभी मायूस हो गए और परीक्षा केंद्रों से बाहर निकल आए। पेपर लीक होने और परीक्षा निरस्त किए जाने को लेकर परीक्षार्थियों में नाराजगी थी, उनका कहना था कि तैयारी के लिए कड़ी मेहनत की थी। पढ़ा-लिखा बेकार नहीं जाता, लेकिन परीक्षा देने के लिए दूर-दराज से आने में लगा समय और पैसा भी बर्बाद हुआ है।
परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे एडीएम प्रशासन
यूपी टीईटी का पेपर कैंसिल होने के बाद एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे। डॉ. सुदामा प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज पहुंचे एडीएम ने परीक्षार्थियों से पेपर वापस लेने के निर्देश दिए। इसके बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा निरस्त होने की जानकारी दी गई और पेपर व कॉपी वापस ले ली गई। एडीएम प्रशासन ने बताया कि टीईटी का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा निरस्त किए जाने के आदेश प्राप्त हुए हैं। जिले के सभी केंद्रों पर पहली पाली की परीक्षा शुरू हो गई थी, जिसको निरस्त करा दिया है। दूसरी पाली की परीक्षा नहीं हुई।
संजू सिंह ने बताया कि उनका सेंटर डॉ. सुदामा प्रसाद इंटर कॉलेज में था, पहली पाली में परीक्षा देने गए थे, लेकिन साढ़े दस बजे ही पेपर वापस ले लिया गया। बताया कि पेपर लीक होने के कारण कैंसिल हो गया है। पेपर का लीक होना शासन प्रशासन की लापरवाही है, लेकिन भुगतना परीक्षार्थियों को पड़ता है।
दीपांजलि गुप्ता का कहना था कि पेपर काफी सरल था। मैंने हल करना भी शुरू कर दिया था। इसी बीच पेपर कैंसिल हो गया। परीक्षार्थी प्रतियोगी परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। समय और पैसा खर्च कर पेपर देने पहुंचते हैं। पेपर लीक और कैंसिल होने से नुकसान होता है। इसके सरकार को दोषी मानते है।
गुलफ्शा ने बताया कि डॉक्टर सुदामा प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज में यूपी टेट की परीक्षा देने के लिए गए थे। परीक्षा दे रहे थे कि तभी मैडम आई और उन्होंने कॉपी जमा करने के लिए बोला। पहले तो कुछ समझ नहीं आया। बाद में पता चला कि पेपर लीक होने के कारण निरस्त हो गया है। सारी तैयारी धरी रह गई।
राम लखन ने बताया कि वह हरदोई से शाहजहांपुर पेपर देने आए। पेपर कैंसिल हो गया, यह सुनकर भौचक्का रह गए। हमने पेपर के लिए तैयारी कर रखी थी। पेपर काफी सरल था, आसानी से हल कर सकते थे। पेपर कैंसिल होना सभी परीक्षार्थियों के लिए परेशानी का सबब है। पूरी मेहनत पर पानी फिर गया।
प्रेम कुमार का कहना है कि पेपर लीक होने के बाद सभी जगह निरस्त करना परीक्षार्थियों के साथ मजाक जैसा है। परीक्षा के लिए परीक्षार्थी दूर दराज से आते हैं। उनका समय और पैसा दोनों ही खर्च होता है। पेपर लीक होने के मामले में शासन -प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदारी है। अब पता नहीं कब पेपर होगा।
संदीप यादव ने बताया कि उन्होंने कानपुर में रहकर परीक्षा के लिए तैयारी की थी। वहीं से पेपर देने के लिए यहां आए थे। पेपर कैंसिल होने से सभी परीक्षार्थियों का नुकसान हुआ है। भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। पेपर लीक होने के लिए सरकार को जिम्मेदार मानता हूं।



शाहजहांपुर में रविवार को यूपी टीईटी की परीक्षा निरस्त होने के बाद आर्य महिला डिग्री कॉलेज के बाह?- फोटो : SHAHJAHANPUR