पुवायां (शाहजहांपुर)। बड़ागांव में छात्र की मौत के मामले में जाम लगाने के बाद पिता की तहरीर पर वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जिन दो सिपाहियों पर छात्र को चौकी में बैठाए रखने का आरोप है, उन्हें हटा दिया है।
बड़ागांव निवासी 17 वर्षीय इंटर का छात्र आसुख बृहस्पतिवार को हादसे में घायल हो गया था। शाहजहांपुर के निजी अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया था। शाम छह बजे से परिवार के लोगों ने शव को पुवायां शाहजहांपुर हाईव पर रखकर जाम लगा दिया था। परिजन का आरोप था कि घायल आसुख को दो सिपाही काफी देर तक चौकी में बैठाए रखे। समय से इलाज नहीं मिलने से आसुख की मौत हुई है।
परिजन सिपाहियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग कर रहे थे। एससीएसटी आयोग के उपाध्यक्ष मिथलेश कुमार, एसडीएम सुशांत श्रीवास्तव, सीओ बीएस वीरकुमार ने समझाकर रात नौ बजे जाम खुलवाया था। रात में आसुख के पिता ताराचंद की ओर से वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में आसुख के बाइक या पैदल होने की जिक्र नहीं किया था।
उधर, पुलिस ने शुक्रवार को बड़ागांव में मिठाई की दुकान पर लगे सीसीटीवी की फुटेज चेक की। फुटेज से पता लगा है कि हादसे की सूचना पर दोपहर 11.40 पर 108 सेवा की एंबुलेंस पहुंची थी, लेकिन आसुख के नहीं मिलने पर एंबुलेंस लौट गई। पुलिस के अनुसार 12.04 बजे परिजन आसुख को बाइक पर बैठाकर घर ले जाते दिख रहे हैं। मामले में बड़ागांव चौकी के सिपाही राजेश और मनोज कुमार को चौकी से हटाकर पुवायां थाने भेज दिया है। पुवायां थाने से सिपाही पतराम, दीपक और शुभम को चौकी भेजा है।
परिवार के लोगों ने दोहराए आरोप, विधायक ने की एसपी से बात
छात्र आसुख का पोस्टमार्टम होने के बाद देर शाम शव घर पहुंचा। तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा छात्र के घर पहुंचे और परिवार के लोगों को सांत्वना दी। आसुख के पिता और परिजन ने चौकी के सिपाहियों पर आसुख को घायल होने के बाद भी चौकी पर बैठाए रखने का आरोप दोहराते हुए कार्रवाई कराने की मांग की। विधायक ने एसपी एस. आनंद से फोन पर बात कर सिपाहियों को निलंबित कर कार्रवाई को कहा है। विधायक ने आसुख के परिजन को आर्थिक सहायता भी दी। विधायक ने कहा, मामले में दोषियों पर कार्रवाई कराई जाएगी। संवाद
बड़ागांव में स्टेट बैंक की सीसीटीवी फुटेज देखी जाएगी, जिससे पता लग जाएगा कि आसुख किस समय चौकी पर गया और किस समय चौकी से घर गया है। मामले की जांच चल रही है। फुटेज की जांच से सिपाहियों पर आरोप की सत्यता सामने आ सकेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीएस वीरकुमार, सीओ पुवायां