शाहजहांपुर के मुमुक्षु आश्रम में रासलीला का मंचन करते वृंदावन के कलाकार । संवाद
शाहजहांपुर। वृंदावन की रासलीला मंडली द्वारा मुमुक्षु आश्रम परिसर में किए जा रहे मंचन के चौथे दिन दिखाया गया कि जिस कालिया नाग के चलते मथुरावासियों में भय व्याप्त हो गया था, भगवान मधुसूदन ने उसका अपनी बाल लीला के माध्यम से कैसे मान मर्दन किया।
डॉ. देवकीनंदन शर्मा की मंडली के कलाकारों ने दर्शाया कि कंस ने नंद बाबा को संदेश भेजा कि एक करोड़ कमल के फूल आने चाहिए। अगर नहीं आए तो श्रीकृष्ण और बलराम को मरवा दिया जाएगा। जब यह संदेश गोकुल गांव पहुंचा तो सभी दुखी हो गए। भगवान श्रीकृष्ण से भक्तों का दुख नहीं देखा गया।
वे साथियों के साथ यमुना किनारे गेंद खेलने लगे। गेंद यमुना में चली गई। गेंद को लाने के बहाने श्रीकृष्ण यमुना में कूद गए। कालिया को हराने के बाद भगवान श्रीकृष्ण कालिया नाग के फन पर खड़े होकर बंशी बजाते हुए जल से बाहर निकले। इस अद्भुत लीला को देखकर मौजूद सभी श्रद्धालु भावविभोर हो गए। भगवान की जय-जयकार से पूरा पंडाल गूंज उठा।
आयोजन में मुख्य यजमान के रूप में एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी और स्वामी चिन्मयानंद ने राधा-कृष्ण की झांकी की आरती उतार कर लीला का आरंभ कराया। मेला व्यवस्थापक चंद्रभान त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार को लीला में कंस वध का मंचन होगा। इस अवसर पर डॉ. एसपी डबराल, ईशपाल सिंह, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. एके मिश्र, मचकेंद्र सिंह, डॉ. शिशिर शुक्ला, डॉ. चंदन गिरि, डॉ. आलोक सिंह आदि मौजूद रहे।