चरखी दादरी. जनस्वास्थ्य विभाग (Public Health Department) में अनुबंध आधार पर कार्यरत ट्यूबवेल ऑपरेटरों (Tubewell Operators) को विभाग द्वारा बिना नोटिस दिए हटा दिया गया. जिसको लेकर ट्यूबवैल ऑपरेटरों ने कस्बा बाढड़ा में मीटिंग करते हुए रोष जताया. साथ ही निर्णय लिया कि आपरेटरों की बहाली व स्थाई करने की मांग को लेकर एक दिसंबर से विभाग के कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं उनके समर्थन में उतरते हुए आम आदमी पार्टी ने अधिकारियों पर राजनीति दबाव में ऑपरेटरों को हटाने का आरोप लगाया.
बता दें कि बाढड़ा उपमंडल के जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में अनुबंध आधार पर कई सालों से ट्यूबवेल ऑपरेटर कार्यरत हैं, जिनको पिछले दिनों विभाग द्वारा बिना नोटिस बाहर का रास्ता दिखा दिया. हटाए गए ट्यूबवेल ऑपरेटरों ने प्रधान राजबीर शर्मा की अध्यक्षता में जनस्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अधिकारी कार्यालय के समक्ष रोष मीटिंग करते हुए नारेबाजी की. इस दौरान ट्यूबवैल आपरेटरों ने सरकार व विभाग अधिकारियों पर कई आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते 155 ऑपरेटरों में से 66 को हटा दिया गया जबकि ये ट्यूबवेल ऑपरेटर पिछले करीब 15 वर्षों से 4 हजार रुपए में अनुबंध आधार पर कार्यरत हैं. ट्यूबवेल ऑपरेटरों को हटाने से जहां उनके समक्ष रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं वहीं अधिकांश की उम्र ज्यादा होने पर अन्य नौकरियों के फार्म तक अप्लाई नहीं कर पाएंगे.
ट्यूबवेल ऑपरेटर यूनियन के प्रधान राजबीर शर्मा व आप पार्टी के हलकाध्यक्ष राकेश चांदवास ने कहा कि ट्यूबवेल आपरेटरों को हटाने का वे पूरजोर विरोध करते हैं. अगर 30 नवम्बर तक हटाए कर्मियों को वापस नहीं लिया तो एक दिसंबर को विभाग कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करेंगे.