शाहजहांपुर। पोस्टमार्टम हाउस में तैनात कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पोस्टमार्टम होने के बाद किसी दूसरे युवक का शव परिजन को सौंप दिया गया। घर पहुंचने के बाद जिम्मेदार स्टाफ का फोन आने के बाद शव को दोबारा पोस्टमार्टम हाउस मंगाया गया। गलती सुधारकर उनके परिवार के सदस्य का शव दिया गया। विलंब होने की वजह से रात में अंतिम संस्कार किया गया।
मीरानपुर कटरा थाना क्षेत्र के कटरा-जलालाबाद स्टेट हाईवे पर रामनगर कॉलोनी के पास गांव नगला प्रथि उर्फ नगरिया निवासी बाइक सवार सूरजपाल (35) की ट्रक की टक्कर से मौत हो गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। शुक्रवार दोपहर पोस्टमार्टम हाउस के अंदर डॉक्टर ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद शव घर ले जाने के लिए सूरजपाल के बड़े भाई ओमपाल व उनके परिजन इंतजार कर रहे थे।
पोस्टमार्टम में तैनात कर्मचारियों ने सूरजपाल के परिवार के सदस्य को आवाज लगाई। इसके बाद वहां पर भाई ओमपाल और अन्य परिजन पहुंचे। शव को परिजन को सौंप दिया। परिजन शव लेकर घर पहुंचे। शव को वाहन से उतार ही रहे थे। तभी पोस्टमार्टम हाउस के डॉक्टर ने सूरजपाल के भाई को फोन कर कहा कि बड़ी चूक हो गई। गलती से दूसरे युवक का शव दे दिया गया।
फौरन शव वापस लाएं। इसके बाद परिजन ने जब शव का चेहरा देखा। उसी वाहन से ओमपाल शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस गए। वहां उनको सूरजपाल का शव दिया गया। तब परिजन सूरजपाल का शव घर लेकर गए। विलंब होने की वजह से शुक्रवार की रात करीब आठ बजे उसका अंतिम संस्कार किया गया।
मामला संज्ञान में नहीं है। पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस वैरीफिकेशन के बाद ही शव परिजनों के हवाले किया जाता है। कई बार परिजनों की जल्दबाजी के कारण गलती हो सकती है। मामला दिखवाया जाएगा।
डॉ. एसपी गौतम, सीएमओ