तिलहर में पूवीज् तिराहे मोड़ पर नहीं लगा संकेतक। संवाद
शाहजहांपुर। लखनऊ-दिल्ली हाईवे को फोरलेन बनाने के काम में हो रही देरी के कारण आने वाले दिनों में हाईवे पर सफर करने वालोें की राह मुश्किलों भरी हो सकती है। कोहरा गिरने की शुरुआत हो चुकी है। इसलिए मीरानपुर कटरा की हुलासनगरा क्रॉसिंग से लेकर तिलहर तक दुर्घटनाओं के साथ ट्रैफिक जाम की समस्या भी बढ़ जाएगी।
तीखे मोड़ और डायवर्जन वाले स्थानों पर न तो नवनिर्मित लेन के किनारे मिट्टी कार्य पूरा हो सका है और न ही जगह-जगह सड़क उखड़ने से बने गड्ढों को स्थायी तौर पर समतल किया है। क्रॉसिंग पर बन रहे ओवरब्रिज के लिए अभी नए गार्डर भी कार्यस्थल पर नहीं पहुंचे हैं। क्रॉसिंग से आगे कटरा नगर के ओवरब्रिज की सर्विस लेन और आगे तिलहर तक हाईवे की लेन कई किमी तक उखड़कर खस्ताहाल हो चुकी है।
हुलासनगरा क्रॉसिंग के पास जानलेवा बना गड्ढा
मीरानपुर कटरा। हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिंग के निकट नेशनल हाईवे पर गत कई वर्ष से ओवरब्रिज और फोरलेन बनाने का काम हो रहा है, लेकिन वहां बने गड्ढे जानलेवा साबित होने के बाद भी उन्हें पाटने की जरूरत नहीं समझी जा रही। क्रॉसिंग के पास इन्हीं गड्ढों की वजह से एक महिला की जान भी जा चुकी है। हुलासनगरा क्रॉसिंग से कटरा नगर तक ज्यादातर जगहों से लगाए गए संकेतक गायब हो चुके हैं, लेकिन एनएचएआई के अधिकारी लापरवाह बने हैं। हाईवे पर सालों पूर्व बड़ा गड्ढा हो गया था, लेकिन उसे भी ठीक नहीं कराया। इस गड्ढ़े में डाली गई मिट्टी वाहनों के साथ इधर-उधर उड़ गई। यह गड्ढा फिर किसी हादसे की वजह बन सकता है।
तिलहर का पूर्वी तिराहा खतरनाक
तिलहर। यातायात की दृष्टि से नगर का पूर्वी तिराहा खतरनाक है। यहां नगर के अंदर आने के लिए एप्रोच रोड हाईवे से बहुत नीचे हैं। इस कारण हाईवे पर जाने वाले वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है। गन्ने से भरी बैलगाड़ी और ट्रैक्टर ट्रॉली के लिए यह मोड़ बेहद खतरनाक है। तमाम दुकानदारों ने खोखा पटरी पर अपनी दुकानें बना ली हैं और दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। पश्चिम दिशा से नगर में आने के लिए इस मोड़ पर कोई भी संकेतक नहीं लगा है। घना कोहरा होने पर यह मोड़ अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
चीनी मिल के एप्रोच रोड पर भी नहीं लगे संकेतक
तिलहर। हाईवे से चीनी मिल के तौल कांटे पर जाने के लिए पूरब और पश्चिम दिशा में दो एप्रोच रोड बनाए हैं, लेकिन दोनों मार्गों के मोड़ पर संकेतक नहीं लगा है। यहां बैलगाड़ी और ट्रैक्टर ट्रॉली तथा गन्ने से भरे ट्रकों की लंबी कतारें लगती हैं, लेकिन ट्रैक्टर ट्रॉली में पीछे रात में चमकने वाली रेडियम पट्टी अथवा लाइट नहीं लगी होती है। गत वर्ष घने कोहरे के यहां ट्रक और गन्ने से भरी बैलगाड़ी और ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर में युवक की मौत हो गई थी, लेकिन फिर भी ध्यान नहीं दिया गया।
सरयू पुलिया ओवरब्रिज की सर्विस रोड पर नहीं लगे संकेतक
तिलहर। पश्चिम दिशा से ओवरब्रिज पर आने के लिए पास में बनाई गई सर्विस रोड पर संकेतक नहीं लगा है। कोहरे में यहां हादसा हो सकता है। ओवर ब्रिज के नीचे से क्रॉस होने के लिए भी कोई संकेतक नहीं है। नगर में प्रवेश करने पर डिवाइडर बनाए गए हैं, लेकिन वहां भी संकेतक नहीं हैं। नगर पालिका सीमा में शहीद कुटी के पास और जैतीपुर मोड़ पर संकेतक नहीं है। यह सभी स्थान घने कोहरे में दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।
गड्ढों से उड़ती धूल बनी परेशानी का सबब
तिलहर। हाईवे पर चीनी मिल कॉलोनी के सामने सर्विस रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से वहां से निकलने वाले वाहनों के कारण धूल उड़ रही है और इससे दुर्घटना की आशंका है। बाईपास चौराहे पर ओवरब्रिज के समीप सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं, लेकिन एनएचएआई के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है।



तिलहर में पूवीज् तिराहे मोड़ पर नहीं लगा संकेतक। संवाद- फोटो : SHAHJAHANPUR