तिलहर के एलबीजेपी इंटर कॉलेज में आयोजित पुलिस की पाठशाला को संबोधित करते पुलिस उपाधीक्षक अरविं?
तिलहर। एलबीजेपी इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस उपाधीक्षक अरविंद कुमार ने कहा कि साइबर क्राइम के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। हर छात्र-छात्रा को अपने कानूनी अधिकारों का भी ज्ञान होना चाहिए ताकि वे शोषण का शिकार न हों।
फाउंडेशन की ओर से आयोजित पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम में सीओ अरविंद कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ते साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा वर्तमान समय में अपराध की कार्यप्रणाली बदल गई है। मोबाइल के माध्यम से अपराधी चैट करके बैंक एकाउंट नंबर व अन्य जानकारी लेकर खातों से रुपये उड़ा देते हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम में हनी ट्रैप भी हो रहा है। इसके माध्यम से अपराधी संबंध बनाकर परिवार की जानकारी उनके मोबाइल नंबर लेकर ब्लैकमेल करना शुरू कर देता है। उन्होंने स्कूल की छात्राओं को यौन शोषण संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि छात्राओं को गुड टच और बैड टच की समझ होनी चाहिए। किसी भी तरह की दिक्कत आने पर पुलिस के पास आने से न हिचकिचाएं। महिलाएं हेल्पलाइन 1090 और 112 नंबर की मदद ले सकतीं हैं। थाने पर पिंक हेल्पडेस्क मौजूद है। उन्होंने ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए कहा कि बगैर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए वाहन न चलाएं। पुलिस से डरने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस आपकी मित्र है। किसी भी समस्या के लिए पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने मोटर व्हीकल एक्ट, सड़क सुरक्षा के नियम और महिला हेल्पलाइन की जानकारी दी। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. दिवाकर शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कानून और नए तरीके के अपराध की जानकारी मिली है। भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर कानून का इस्तेमाल कर सकूंगी। -कनकलता
अधिकारियों ने मेरे अंदर पुलिस का भय दूर किया है। अब कोई समस्या होने पर पुलिस की मदद लेने में डर नहीं लगेगा।
– प्रतिज्ञा सिंह
आज के जमाने में साइबर क्राइम काफी बढ़ा है। इस संबंध में मिली जानकारी को अपने दोस्तों में शेयर करूंगा ताकि वे भी अपराधों से बच सकें।
– कपिल सिंह सूर्यवंशी
सड़क पर ट्रैफिक नियमों का पालन करूंगा। दूसरों को भी प्रेरित करूंगा कि वे नियमों का पालन कर सफर सुरक्षित करें। – शेरान खान छात्र
कानून की जानकारी होना बहुत जरूरी है। इससे हमें अपने अधिकारों और कर्तव्य की जानकारी मिलती है। क्या करें और न करें का ज्ञान होता है।
– शैलेंद्र
पुलिस के अधिकारियों की ओर से जो नई जानकारियां मिली हैं उससे मेरा आत्मबल बढ़ा है। अब मैं अपने परिजन और मित्रों को भी अपराधों के खिलाफ सचेत करूंगी। -अंजू