कटिहार. बीते 17 नवंबर को धनराज यादव की हत्या कर दी गई थी. सहायक थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा के पास सुबह सबेरे हुई इस वारदात से जहां पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी, वहीं कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे थे. लेकिन, कटिहार पुलिस ने इसे चुनौती मानते हुए महज 48 घंटे में ही इसका खुलासा कर दिया. धनराज यादव हत्याकांड के मास्टरमाइंड लालू सहनी निकला जो फिलहाल जेल में बंद है. इस घटना में शामिल दो शार्प शूटरों समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लालू सहनी को भी रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी.
कटिहार एसपी विकास कुमार ने इस घटना के बारे में बताया कि डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस कुछ लीड के आधार पर पूरे मामले खुलासा किया गया है. इस घटना में शामिल दो शूटर मासूम सिंह और सचिन कुमार को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद आगे की कार्रवाई में इस घटना में शामिल सावन कुमार सिंह, अभिषेक कुमार सिंह और संतोष यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
इन लोगों के पास से एक रायफल, 2 दोनाली बंदूक, एक देसी पिस्टल और एक दर्जन से अधिक जिंदा कारतूस बरामद किया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जेल में बंद लालू सहनी इस घटना का मास्टरमाइंड है और जेल से बैठकर ही उन्होंने अपने गुर्गों के माध्यम से इस घटना को अंजाम दिया है. घटना के पीछे आपसी वर्चस्व की लड़ाई के साथ कुछ पुराना विवाद भी प्रारंभिक जांच में सामने आया है. पुलिस लालू सहनी को जेल से रिमांड लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है.
कटिहार पुलिस द्वारा धनराज यादव हत्याकांड का खुलासा करने के बाद एक बार फिर जेल के बाहर आपराधिक वारदातों को जेल में बंद अपराधियों द्वारा ऑपरेट करने की बात सच साबित हुई है. बताते चलें एक चर्चा यह भी है धनराज यादव अवैध रूप से पशु तस्करी करने वालों से उगाही भी करता था. इस उगाही को लेकर ही लालू सहनी और धनराज यादव में विवाद हुआ था. बताया जा रहा है कि यही हत्या की वजह भी थी.