नई दिल्ली. दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने एक 22 वर्षीय युवती को वेश्यावृति के गोरखधंधे से धकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. असम से काम दिलाने के लिए बुलाई गई युवती को उसकी सहेली इन गोरखधंधे में धकेल दिया. युवती ने प्रयास कर उनके चंगुल से निकलकर महिला आयोग को शिकायत की जिस पर अब आयोग ने गंभीरता से कार्रवाई शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक हाल ही में दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) को एक 22 वर्षीय युवती ने संपर्क कर अपने असम से दिल्ली आने की व्यथा व्यक्त की. उसने मांग कि दिल्ली में मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. पीड़िता ने आयोग को सूचित किया कि कुछ महीने पहले, जब वह असम में रह रही थी, उसने दिल्ली में अपनी एक रानी नामक सहेली से संपर्क किया और दिल्ली में अपने लिए काम खोजने में उसकी मदद मांगी. रानी ने उससे वादा किया कि रामू काका नाम का एक आदमी उसे 15,000 रुपए के वेतन पर राजधानी में एक अच्छी नौकरी दिलाएगा और उसको दिल्ली बुला लिया.
इसके बाद पीड़िता 2 अक्टूबर को दिल्ली आई और उसके आने के 4 दिन बाद ही रानी और रामू काका ने उसे वेश्यावृत्ति के अपने धंधे में जुड़ने के लिए मजबूर किया. पीड़िता ने आयोग को बताया कि दोनों आरोपी क्लाइंट्स और ब्रोकर्स के साथ मिलकर एक संगठित रैकेट चला रहे थे जिसमें 10 से ज्यादा लड़कियां भी शामिल हैं जिनका व्यावसायिक यौन शोषण किया जा रहा है. पीड़ित युवती ने आगे बताया कि एक दिन रामू काका के लिए क्लाइंट्स लाने वाले प्रशांत नाम के एक शख्स ने उसका यौन शोषण करने की कोशिश की और जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट भी की.
इसके बाद पीड़िता किसी तरह अपनी जान बचाकर भागी और उसने इस मामले में सफदरजंग पुलिस थाने में 8 नवंबर को एफआइआर दर्ज कराई. पीड़िता ने दिल्ली महिला आयोग को भी मदद के लिए संपर्क किया और बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस ने अभी तक कोई कारवाई नहीं की है और आरोपी अभी भी खुले आम वेश्यावृति का गोरखधंधा चला रहा है.
पीड़िता की व्यथा सुन डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. आयोग ने पुलिस से मामले की गहन जांच करने तथा पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने को कहा है ताकि अन्य लड़कियों को भी इस यौन शौषण से बचाया जा सके.
डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने मामले में गुस्सा एवं दुख जाहिर किया और कहा कि मेरे पास लड़की के दुख को बयां करने के लिए शब्द नही है लड़की की आर्थिक परेशानी का फायदा उठाने के कोशिश की गई और उसका यौन शौषण हुआ. यह बेहद दु:ख की बात है कि पुलिस ने एफआइआर होने के बावजूद अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है. हमने इस मामले में पुलिस को नोटिस जारी कर आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है. हमने पुलिस को मामले की गहरी जांच करने को कहा है ताकि इस गिरोह का पर्दाफाश कर अन्य फसी हुई लड़कियों को भी बचाया जा सके.