चूरू. बैंककर्मियों की शिकायत करने के लिए सर्च इंजन पर कस्टमर केयर (Customer Care) के नंबर तलाशना एक युवक को भारी पड़ गया. सर्च इंजन में उपलब्ध नंबर बैंक के कस्टमर केयर के ना होकर जलासाज (Fraud) के थे. उसने पीड़ित को झांसे में लेकर उसके पिता के खाते से पांच लाख 50 हजार रुपए निकाल लिए. इस संबंध में पीड़ित युवक ने कोतवाली पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया है. पीड़ित के खाते को फ्रीज करवा दिया गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
कोतवाली सीआई सतीश यादव ने बताया कि सैनिक बस्ती निवासी पीड़ित जितेन्द्र सिंह राजपूत ने इस संबंध में रिपोर्ट दी है. उसके पिता का खाता हनुमानगढ़ में है. हाल में उसके पिता ने पंखा सर्किल स्थित संबंधित बैंक शाखा में जाकर उनकी पास बुक अपडेट कराकर लाने के लिए कहा था. लेकिन बैंक में मौजूद कर्मचारियों ने पासबुक अपडेट करने से इनकार कर दिया.
योनो और एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करवा लिया
इस पर युवक ने बैंक कर्मचारियों की शिकायत के लिए सर्च इंजन पर संबंधित बैंक के कस्टमर केयर के नंबर तलाशे. फोन करने पर स्वयं को कस्टमर केयर का कर्मचारी बताने वाले जालसाज ने युवक को झांसे में लेकर उसके मोबाइल पर योनो और एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करवा लिया. इसके बाद में शातिर ने उसके पिता के मोबाइल नंबर हटाकर स्वयं के नंबर जोड़कर सात बार ट्रांजेक्शन कर पीड़ित के पिता के खाते से कुल 5 लाख 50 हजार रुपए खाते से निकाल लिए.
ठग ने जवाब नहीं दिया तो युवक को शक हुआ
काफी देर तक संपर्क करने पर ठग ने जवाब नहीं दिया तो युवक को शक हुआ. उसने बैंक एकाउंट का मिनी स्टेटमेंट निकाला तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई और जालसाजी का सच सामने आया. इस पर वह थाने पहुंचा और पुलिस को मामले से अवगत कराया.
पिता के खाते को फ्रीज करवाया
युवक की तरफ से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने संबंधित बैंक के अधिकारियों को जालसाजी के बारे में बताया तो उन्होंने पीड़ित के पिता के खाते को फ्रीज कर दिया. इससे खाते में शेष बचे रुपये निकलने से बच गए. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.