सिंधौली। गांव दिवाली में सोमवार सुबह करीब पांच बजे बिट्टा देवी और उनके बेटे गिरजाशंकर की करंट लगने से मौत हो गई थी। दोनों को बचाने आए परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से झुलस गए थे। मंगलवार को गांव में मां बेटे का गमगीम माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। भाजपा विधायक समेत कई नेताओं ने पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया। वहीं विद्युत निगम के अधिकारियों ने मुआवजे के लिए पीड़ित परिवार से संपर्क किया है।
सोमवार को शिक्षामित्र सुरेंद्र शुक्ला की पत्नी बिट्टा, बेटे गिरजाशंकर की करंट के चपेट में आने से मौत हो गई थी। बचाने के प्रयास में सुरेंद्र समेत परिवार के चार सदस्य करंट लगने से झुलस गए थे। बेटी नेेहा की हालत गंभीर देखते हुए उसको हायर सेंटर रेफर कर दिया था। मंगलवार को मां-बेटे के शवों का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया। तिलहर से भाजपा विधायक रोशनलाल वर्मा और भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश वर्मा ने परिवार के घर जाकर उनको ढांढस बंधाया। वहीं राजस्व विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर हादसे के बारे में जानकारी ली।
विधायक रोशनलाल वर्मा ने बताया कि परिवार के सदस्यों का इलाज कराने के लिए आर्थिक मदद की है। साथ ही संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर हरसंभव मदद दिलाई जाएगी। सिंधौली क्षेत्र के दिवाली गांव में करंट से हुए हादसे में मां-बेटे की मौत से पीड़ित परिवार को नियमानुसार अधिकतम दस लाख रुपये मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए क्षेत्रीय अभियंताओं ने पीड़ित परिवार से संपर्क साधा है।
प्रथम दृष्टया विभाग की कोई तकनीकी खामी सामने नहीं आई है, लेकिन मामले की जांच विद्युत सुरक्षा विभाग के निरीक्षक के स्तर से होगी। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। मृतक परिवार के जो लोग करंट से झुलसे हैं, उनके इलाज को भी शासन के प्रावधान के अनुसार जरूरी मदद दी जाएगी। -जितेंद्र बहादुर सिंह, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम