कांग्रेस जिलाध्यक्ष रजनीश गुप्ता
शाहजहांपुर। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सूबे में सियासी जमीन मजबूत बनाने में जुटी कांग्रेस ने युवाओं को अपने पक्ष में एकजुट करने की योजना बनाई है। इसके तहत पार्टी की छात्र विंग भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन कांग्रेस (एनएसयूआई) ने शिक्षा बचाओ-देश बचाओ अभियान के बहाने पश्चिमी उप्र के जनपदों के महाविद्यालयों में अध्ययनरत करीब सात लाख छात्र-छात्राओं के हस्ताक्षर कराकर उनका राजनीतिक समर्थन हासिल करने का कार्यक्रम तय किया है। खास यह है कि इस अभियान की शुरुआत सोमवार से यहीं से होगी।
संगठन के पदाधिकारियों का मानना है कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने अपने कार्यकाल में शैक्षिक क्षेत्र, विशेषकर छात्र-छात्राओं के हितों की घोर उपेक्षा की है। सामाजिक और आर्थिक रूप से विपन्न घरों के जो बच्चे हाईस्कूल, इंटरमीडिएट पास करने के बाद छात्रवृत्ति के सहारे उच्च शिक्षा लेना चाहते थे, उन्हें वजीफा की धनराशि नहीं भेजे जाने से उनकी पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है। तमाम महाविद्यालय ऐसे हैं जहां छात्र संख्या के अनुपात के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं और कई विषयों की कक्षाएं सिर्फ कागजां पर संचालित हो रही हैं।
चूंकि, महाविद्यालयों में दाखिला लेने वाले अधिकांश छात्र-छात्राएं मताधिकार की आयु प्राप्त कर चुके हैं। इसलिए उनका साथ मिलने पर पार्टी के प्रत्याशी चुनाव में दमदार प्रदर्शन कर सकेंगे। एनएसयूआई पश्चिमी उप्र के प्रदेश सचिव सिकंदर अली के अनुसार पश्चिमी यूपी के सभी 12 जनपदों के प्रमुख महाविद्यालयों के तमाम छात्र-छात्राओं की नब्ज टटोले जाने से यही जाहिर हुआ है कि वह अपनी शिक्षा और उससे जुड़ी सुविधाओं को लेकर सरकारों के उपेक्षापूर्ण रवैये से खिन्न हैं और मौजूदा नेतृत्व में बदलाव देखना चाहते हैं।
इन युवाओं को जाति-धर्म की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। राम मंदिर निर्माण को भाजपा अपनी उपलब्धि बताकर वोट मांगेगी, लेकिन युवाओं को केवल पढ़ाई का अनुकूल वातावरण चाहिए। उनकी इसी मांग को संगठन स्तर पर तरजीह देते हुए शिक्षा बचाओ-देश बचाओ अभियान की रूपरेखा तय की गई है। उन्होंने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अनुराग राज त्रिवेदी, प्रदेश महासचिव रफी उल हसन और कांग्रेस जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार गुप्ता सोमवार को दोपहर 12 बजे टाउनहाल स्थित पार्टी कार्यालय राजीव भवन में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में अभियान का विशेष पोस्टर जारी करेंगे। इसी के साथ जनपद के सभी महाविद्यालयों में शैक्षिक क्षेत्र के उन्नयन को हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा।
प्रदेश के युवाओं को गैर कांग्रेसी राजनीतिक दल केवल अपनी रोटियां सेकने के लिए लंबे समय से गुमराह कर रहे हैं। पहले सपा, बसपा ने यही किया और अब केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारें भी उनके साथ यही बर्ताव कर रही हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की बार-बार तारीखें बदले जाने, परीक्षा केंद्र घर से सैकड़ों किमी दूर निर्धारित करने और छात्रवृत्ति जारी नहीं करने आदि हथकंडों से युवाओं को परेशान किया जा रहा है। जिस पार्टी का प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे युवाओं की योग्यता दरकिनार कर उन्हें आजीविका के लिए पकौड़े तलने की सलाह देता हो, उससे शैक्षिक क्षेत्र बेहतर बनाने की किसी को कोई उम्मीद नहीं है।
-रजनीश कुमार गुप्ता, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस