Accident Zone – कोहरे से पहले नहीं दिया ध्यान… तो हादसों में जाएगी लोगों की जान

पुवायां खुटार के बीच गांव लक्ष्मीपुर के पास हाईवे पर बिना रेलिंग की पुलिया

पुवायां (शाहजहांपुर)। शाहजहांपुर-पलिया हाईवे सहित पुवायां तहसील में तमाम स्थान एक्सीडेंट जोन हैं, लेकिन अधिकारियों ने यहां कोई संकेतक, चेतावनी बोर्ड लगवाने की जरूरत नहीं समझी है। कोहरे में इन स्थानों पर हादसों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। हाईवे पर पुवायां खुटार मार्ग पर गोमती पुल से आगे एक पुलिया की रेलिंग नहीं है। यहां एक टैंकर और रोडवेज की बस पुलिस से नीचे गिर चुकी है, लेकिन पुलिया की रेलिंग बनाने की जरूरत नहीं समझी गई। इससे थोड़ा आगे गांव रामपुर कलां में भी एक संकरी पुलिया की रेलिंग टूटी है। सिंधौली में खन्नौत नदी का पुल बेहद संकरा होने के कारण आए दिन जाम लगता है और हादसे होते रहते हैं।
राजीव चौक सहित कई क्षेत्र एक्सीडेंट जोन
पुवायां में राजीव चौक बेहद व्यस्त और प्रमुख चौराहा है। यहां से निगोही, खुटार, बंडा, शाहजहांपुर और कस्बे के अंदर जाने का मार्ग है। यहां पर कई बार हादसों में लोग जान गवां चुके हैं। एडीएम ने अधिकारियों के साथ चौराहे पर कई बार निरीक्षण कर अतिक्रमण हटाने और चौराहे का चौड़ीकरण कराने के निर्देश दिए, लेकिन हर बार निर्देश ठंडे बस्ते में डाल दिए गए। इस चौराहे पर पुलिस भी मौजूद रहती है, लेकिन उसका ध्यान सिर्फ भूसी के ट्रकों पर ही रहता है।
कुइयां से लौहंगापुर तक खतरनाक सफर
खुटार। पूरनपुर हाईवे पर गांव कुइयां से लौहंगापुर जंगल तक एक्सीडेंट जोन है। खुटार गोला मार्ग पर वाईपास तिराहा, गांव रूजहा, सौंफरी, गढ़िया सरेली के पास भी अक्सर हादसे होते रहते हैं। यहां भी संकेतक लगाने की जरूरत नहीं समझी गई है। खुटार से बंडा और गोला जाने वाली रोड बेहद जर्जर हालत में है। दोनों की सड़कों में तमाम स्थानों पर बेहद गहरे गड्ढे हो गए हैं। कोहरा नहीं होने पर भी हादसे होते रहते हैं, जो कोहरे में बढ़ने की आशंका है। बंडा रोड का चौड़ीकरण होना है, लेकिन चौड़ीकरण से पहले कोहरे में गड्ढे भर देने से हादसे टाले जा सकते हैं। संवाद
गायत्री शक्तिपीठ के सामने हो चुके हैं कई हादसे
बंडा। पूरनपुर मैगलगंज हाईवे पर बंडा पुवायां रोड पर गायत्री शक्तिपीठ के सामने एक्सीडेंट जोन बन गया है। पुवायां मार्ग पर गुरु तेगबहादुर एजुकेशनल एकेडमी के आगे भी एक्सीडेंट जोन है। यहां भी कई हादसे हो चुके हैं। गांव जुझारपुर के पास और पुवायां में क्रशर के पास भी हादसे होते रहते हैं। संवाद
कोई भी राजनैतिक दल नहीं बनवा सका पुल
शाहजहांपर पलिया नेशनल हाईवे पर पुवायां खुटार के बीच भैंसी नदी का अंग्रेजों के जमाने में बना लकड़ी के पटलों का पुल बेहद ही जर्जर हालत में है। बसपा, सपा और भाजपा सरकार में मंत्री, विधायक पुल की स्वीकृति मिलने और जल्द निर्माण शुरू होने के दावे तो करते रहते हैं, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हो सका है। हालत यह है कि यह पुल कभी भी ढह सकता है। कोहरे में यह पुल मुसीबत बनेगा।
बिना रेलिंग की पुलिया के पास खाई में गिर चुके हैं वाहन
शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर पुवायां खुटार के बीच गांव लक्ष्मीपुर के कुछ पहले एक पुलिया की रेलिंग गायब है और पुलिया के दोनों ओर गहरा तालाब जैसा है। रेलिंग नहीं होने के कारण कोहरे में पुलिया का पता नहीं चलता है। रोडवेज बस और एक तेल भरा टैंकर यहां पलट चुका है, लेकिन फिर भी जिम्मेदार ध्यान देने की जरूरत नहीं समझते हैं।
बिना रिफ्लेक्टर की ट्रॉलियों से भी भारी खतरा
शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर गांव करनापुर में सहकारी चीनी मिल में भीड़ हो जाने या मिल में खराबी होने पर हाईवे किनारे गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी लाइन लग जाती है। खुटार के पास गन्ना क्रशर के पास भी गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों की हाईवे किनारे लाइन लग जाती है। बंडा क्षेत्र में बिलसंडा रोड पर बजाज चीनी मिल, पुवायां में गन्ना क्रशर के पास भी गन्ने से भरी ट्रालियां हाईवे पर खड़ी कर दी जाती हैं। अधिकांश ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे होते हैं, जिस कारण कोहरे में ट्रॉली का पता नहीं लग पाता और हादसा हो जाता है।
पुवायां क्षेत्र में अब तक हुए बड़े हादसे
– 27 जनवरी 2011 : पुवायां के गांव पीरू में मैजिक और टैंकर की टक्कर में पांच लोगों की मौके पर ही मौत।
– 23 नवंबर 2012 : पुवायां के गांव पीरू में ट्रक और मैक्स की भिड़ंत में नौ लोगों की मौत 16 घायल।
– नबंवर 2013 : खुटार के गांव लालपुर के पास मार्ग दुर्घटना में नौ की मौत।
– 12 दिसंबर 2015 : पुवायां के गांव गंगसरा में रोडवेज बस ने बारातियों को रौंदा, पांच की मौत।
– 13 जुलाई 2019 : खुटार पूरनपुर मार्ग पर गांव लौहगांपुर में बस ट्रक की टक्कर में तीन की मौत।
– 18 नवंबर 2021 : बंडा में पूरनपुर रोड पर ईको वाहन और ट्राली की टक्कर में चार लोगों की मौत।
– 23 नवंबर 2021 : बंडा में कार अनियंत्रित होकर खाई में पलटने से चार लोगों की मौत
यहां होते हैं ज्यादा हादसे
– खुटार में मैलानी मार्ग पर लंगोटी बाबा स्थान के पास
– खुटार में पूरनपुर मार्ग पर लौहंगापुर, पुनौती, लालपुर, मुरादपुर, हिटौटा के पास
– खुटार में पुवायां रोड पर सिल्हुआ मोड़, लक्ष्मीपुर मोड़ के पास
– पुवायां में हरियाली पेट्रोल पंप के पास
– बड़ागांव के तुलाराम बाबा स्थान के पास, बिजली उपकेंद्र के पास
– सिंधौली क्षेत्र में गांव पीरू, महुआ पाठक, मुड़िया मोड़ के पास
– बंडा में मकसूदापुर के शारदा नहर पुल के पास
– बंडा में खुटार रोड पर गांव अलमापुर के पास
मैंने एनएचएआई, पीडब्लूडी, गन्ना विभाग, मंडी सहित जिस विभाग की रोड हैं, उनको निर्देश दिया है कि कोहरे को देखते हुए सड़कों की सही कराया जाए। चार-पांच दिन में व्यवस्थाएं सही कराने के निर्देश दिए हैं। ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर के लिए एआरटीओ और पुलिस विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराया जाएगा।
रामसेवक द्विवेदी, एडीएम प्रशासन शाहजहांपुर

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर भैंसी नदी का जर्जर पुल (फाइल फोटो)

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर भैंसी नदी का जर्जर पुल (फाइल फोटो)- फोटो : POWAYAN

पुवायां (शाहजहांपुर)। शाहजहांपुर-पलिया हाईवे सहित पुवायां तहसील में तमाम स्थान एक्सीडेंट जोन हैं, लेकिन अधिकारियों ने यहां कोई संकेतक, चेतावनी बोर्ड लगवाने की जरूरत नहीं समझी है। कोहरे में इन स्थानों पर हादसों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। हाईवे पर पुवायां खुटार मार्ग पर गोमती पुल से आगे एक पुलिया की रेलिंग नहीं है। यहां एक टैंकर और रोडवेज की बस पुलिस से नीचे गिर चुकी है, लेकिन पुलिया की रेलिंग बनाने की जरूरत नहीं समझी गई। इससे थोड़ा आगे गांव रामपुर कलां में भी एक संकरी पुलिया की रेलिंग टूटी है। सिंधौली में खन्नौत नदी का पुल बेहद संकरा होने के कारण आए दिन जाम लगता है और हादसे होते रहते हैं।

राजीव चौक सहित कई क्षेत्र एक्सीडेंट जोन

पुवायां में राजीव चौक बेहद व्यस्त और प्रमुख चौराहा है। यहां से निगोही, खुटार, बंडा, शाहजहांपुर और कस्बे के अंदर जाने का मार्ग है। यहां पर कई बार हादसों में लोग जान गवां चुके हैं। एडीएम ने अधिकारियों के साथ चौराहे पर कई बार निरीक्षण कर अतिक्रमण हटाने और चौराहे का चौड़ीकरण कराने के निर्देश दिए, लेकिन हर बार निर्देश ठंडे बस्ते में डाल दिए गए। इस चौराहे पर पुलिस भी मौजूद रहती है, लेकिन उसका ध्यान सिर्फ भूसी के ट्रकों पर ही रहता है।

कुइयां से लौहंगापुर तक खतरनाक सफर

खुटार। पूरनपुर हाईवे पर गांव कुइयां से लौहंगापुर जंगल तक एक्सीडेंट जोन है। खुटार गोला मार्ग पर वाईपास तिराहा, गांव रूजहा, सौंफरी, गढ़िया सरेली के पास भी अक्सर हादसे होते रहते हैं। यहां भी संकेतक लगाने की जरूरत नहीं समझी गई है। खुटार से बंडा और गोला जाने वाली रोड बेहद जर्जर हालत में है। दोनों की सड़कों में तमाम स्थानों पर बेहद गहरे गड्ढे हो गए हैं। कोहरा नहीं होने पर भी हादसे होते रहते हैं, जो कोहरे में बढ़ने की आशंका है। बंडा रोड का चौड़ीकरण होना है, लेकिन चौड़ीकरण से पहले कोहरे में गड्ढे भर देने से हादसे टाले जा सकते हैं। संवाद

गायत्री शक्तिपीठ के सामने हो चुके हैं कई हादसे

बंडा। पूरनपुर मैगलगंज हाईवे पर बंडा पुवायां रोड पर गायत्री शक्तिपीठ के सामने एक्सीडेंट जोन बन गया है। पुवायां मार्ग पर गुरु तेगबहादुर एजुकेशनल एकेडमी के आगे भी एक्सीडेंट जोन है। यहां भी कई हादसे हो चुके हैं। गांव जुझारपुर के पास और पुवायां में क्रशर के पास भी हादसे होते रहते हैं। संवाद

कोई भी राजनैतिक दल नहीं बनवा सका पुल

शाहजहांपर पलिया नेशनल हाईवे पर पुवायां खुटार के बीच भैंसी नदी का अंग्रेजों के जमाने में बना लकड़ी के पटलों का पुल बेहद ही जर्जर हालत में है। बसपा, सपा और भाजपा सरकार में मंत्री, विधायक पुल की स्वीकृति मिलने और जल्द निर्माण शुरू होने के दावे तो करते रहते हैं, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हो सका है। हालत यह है कि यह पुल कभी भी ढह सकता है। कोहरे में यह पुल मुसीबत बनेगा।

बिना रेलिंग की पुलिया के पास खाई में गिर चुके हैं वाहन

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर पुवायां खुटार के बीच गांव लक्ष्मीपुर के कुछ पहले एक पुलिया की रेलिंग गायब है और पुलिया के दोनों ओर गहरा तालाब जैसा है। रेलिंग नहीं होने के कारण कोहरे में पुलिया का पता नहीं चलता है। रोडवेज बस और एक तेल भरा टैंकर यहां पलट चुका है, लेकिन फिर भी जिम्मेदार ध्यान देने की जरूरत नहीं समझते हैं।

बिना रिफ्लेक्टर की ट्रॉलियों से भी भारी खतरा

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर गांव करनापुर में सहकारी चीनी मिल में भीड़ हो जाने या मिल में खराबी होने पर हाईवे किनारे गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी लाइन लग जाती है। खुटार के पास गन्ना क्रशर के पास भी गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों की हाईवे किनारे लाइन लग जाती है। बंडा क्षेत्र में बिलसंडा रोड पर बजाज चीनी मिल, पुवायां में गन्ना क्रशर के पास भी गन्ने से भरी ट्रालियां हाईवे पर खड़ी कर दी जाती हैं। अधिकांश ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे होते हैं, जिस कारण कोहरे में ट्रॉली का पता नहीं लग पाता और हादसा हो जाता है।

पुवायां क्षेत्र में अब तक हुए बड़े हादसे

– 27 जनवरी 2011 : पुवायां के गांव पीरू में मैजिक और टैंकर की टक्कर में पांच लोगों की मौके पर ही मौत।

– 23 नवंबर 2012 : पुवायां के गांव पीरू में ट्रक और मैक्स की भिड़ंत में नौ लोगों की मौत 16 घायल।

– नबंवर 2013 : खुटार के गांव लालपुर के पास मार्ग दुर्घटना में नौ की मौत।

– 12 दिसंबर 2015 : पुवायां के गांव गंगसरा में रोडवेज बस ने बारातियों को रौंदा, पांच की मौत।

– 13 जुलाई 2019 : खुटार पूरनपुर मार्ग पर गांव लौहगांपुर में बस ट्रक की टक्कर में तीन की मौत।

– 18 नवंबर 2021 : बंडा में पूरनपुर रोड पर ईको वाहन और ट्राली की टक्कर में चार लोगों की मौत।

– 23 नवंबर 2021 : बंडा में कार अनियंत्रित होकर खाई में पलटने से चार लोगों की मौत

यहां होते हैं ज्यादा हादसे

– खुटार में मैलानी मार्ग पर लंगोटी बाबा स्थान के पास

– खुटार में पूरनपुर मार्ग पर लौहंगापुर, पुनौती, लालपुर, मुरादपुर, हिटौटा के पास

– खुटार में पुवायां रोड पर सिल्हुआ मोड़, लक्ष्मीपुर मोड़ के पास

– पुवायां में हरियाली पेट्रोल पंप के पास

– बड़ागांव के तुलाराम बाबा स्थान के पास, बिजली उपकेंद्र के पास

– सिंधौली क्षेत्र में गांव पीरू, महुआ पाठक, मुड़िया मोड़ के पास

– बंडा में मकसूदापुर के शारदा नहर पुल के पास

– बंडा में खुटार रोड पर गांव अलमापुर के पास

मैंने एनएचएआई, पीडब्लूडी, गन्ना विभाग, मंडी सहित जिस विभाग की रोड हैं, उनको निर्देश दिया है कि कोहरे को देखते हुए सड़कों की सही कराया जाए। चार-पांच दिन में व्यवस्थाएं सही कराने के निर्देश दिए हैं। ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर के लिए एआरटीओ और पुलिस विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराया जाएगा।

रामसेवक द्विवेदी, एडीएम प्रशासन शाहजहांपुर

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर भैंसी नदी का जर्जर पुल (फाइल फोटो)

शाहजहांपुर पलिया हाईवे पर भैंसी नदी का जर्जर पुल (फाइल फोटो)- फोटो : POWAYAN

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