बाराबंकी। जिले के 57 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले का आयोजन किया गया। कुल 1683 मरीज देखे गए। इस दौरान मेले में आए 75 लोगों के आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाए गए तो हालत गंभीर होने पर चार मरीजों को रेफर भी किया गया।
पीएचसी तिलोकपुर में आई राजरानी ने डॉ. सुनील वर्मा को बताया कि वह खांसी से बहुत परेशान है। काफी इलाज के बाद भी खांसी से निजात नहीं मिल रही है। इस पर चिकित्सक ने जांच कराते हुए दवाएं दीं और कहा कि तीन दिन बाद आकर दिखा देना लेकिन जो दवाएं दी गई हैं वह नियमित रूप से खाना है।
इसी प्रकार पीएचसी पीरपुर में दवा लेने आए राजेंद्र ने पेट दर्द की शिकायत की। इस पर चिकित्सकों ने जांच कराई और दवाएं देते हुए कहा कि इन दवाओं का नियमित रूप से तीन दिन तक सेवन कराना है। इसके पश्चात आकर दिखाएं।
इस तरह मेले में बुखार के 61, गैस्ट्रो के 162, लीवर रोग के 58, शुगर के 61, त्वचा रोग के 172, संदिग्ध टीबी के नौ, खून की कमी के 17, हाइपरटेंशन के 31 मरीज देखे गए और सभी को जांच के साथ मुफ्त दवाएं दी गईं। इस दौरान 283 लोगों की कोरोना की जांच की गई परंतु कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया।
जिले के 57 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले में रविवार को 1683 मरीज देखे गए, इनमें से चार की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। इस दौरान पात्र पाए गए 75 लोगों के आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड भी बनाए गए तथा 283 लोगों की कोविड जांच भी की गई।
-डॉ. रामजी वर्मा, सीएमओ
बाराबंकी। जिले के 57 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले का आयोजन किया गया। कुल 1683 मरीज देखे गए। इस दौरान मेले में आए 75 लोगों के आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाए गए तो हालत गंभीर होने पर चार मरीजों को रेफर भी किया गया।
पीएचसी तिलोकपुर में आई राजरानी ने डॉ. सुनील वर्मा को बताया कि वह खांसी से बहुत परेशान है। काफी इलाज के बाद भी खांसी से निजात नहीं मिल रही है। इस पर चिकित्सक ने जांच कराते हुए दवाएं दीं और कहा कि तीन दिन बाद आकर दिखा देना लेकिन जो दवाएं दी गई हैं वह नियमित रूप से खाना है।
इसी प्रकार पीएचसी पीरपुर में दवा लेने आए राजेंद्र ने पेट दर्द की शिकायत की। इस पर चिकित्सकों ने जांच कराई और दवाएं देते हुए कहा कि इन दवाओं का नियमित रूप से तीन दिन तक सेवन कराना है। इसके पश्चात आकर दिखाएं।
इस तरह मेले में बुखार के 61, गैस्ट्रो के 162, लीवर रोग के 58, शुगर के 61, त्वचा रोग के 172, संदिग्ध टीबी के नौ, खून की कमी के 17, हाइपरटेंशन के 31 मरीज देखे गए और सभी को जांच के साथ मुफ्त दवाएं दी गईं। इस दौरान 283 लोगों की कोरोना की जांच की गई परंतु कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया।
जिले के 57 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले में रविवार को 1683 मरीज देखे गए, इनमें से चार की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। इस दौरान पात्र पाए गए 75 लोगों के आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड भी बनाए गए तथा 283 लोगों की कोविड जांच भी की गई।
-डॉ. रामजी वर्मा, सीएमओ