सर्दियों में हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा, एक्सरसाइज का समय जरूर रखें ये 4 सावधानियां

Higher risk of heart attack in winter : वैसे तो एक्सरसाइज करना हर मौसम में सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन सर्दी के मौसम में इसे लेकर कुछ खास सावधानियां बरतनी जरूरी है. डॉक्टर्स का कहना है कि जिन लोगों को पहले से दिल से जुड़ी बीमारी होती है उन्हें सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है. जानकार बताते हैं कि जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत या जिनकी फैमिली हिस्ट्री हार्ट अटैक संबंधी रही होती है उन्हें एक्सरसाइज करते समय में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. दैनिक भास्कर अखबार में छपी न्यूज रिपोर्ट में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ हेमंत चतुर्वेदी ने बताया है कि ठंडी और शुष्क हवा में सांस लेने से एयरपाथ बाधित होता है. इससे सांस लेने में दिक्कत आती है. वहीं दिल को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत होती है. इसे ज्यादा काम करना पड़ता है. इसलिए सामान्य दिनों की तुलना में दिल पर ज्यादा दबाव होता है. सर्दियों में छोटे दिनों की वजह से कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन का बैलेंस भी बिगड़ता है.

आपको बता दें कि कार्टिसोल हार्मोन मुख्यत: तनाव यानी स्ट्रेस को कंट्रोल करता है. लेकिन जब इसका लेवल ज्यादा हो जाता है तो ये ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है. इसीलिए कई स्टडीज बताती है कि सर्दियों में एक्सरसाइज से पहले अगर वॉर्मअप किया जाए तो हार्ट अटैक के रिस्क को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

वॉर्मअप करना जरूरी
सर्दियों में कम टेम्प्रेचर की वजह से धमनियां (arteries) कठोर हो जाती है. जिससे ब्लड फ्लो कमजोर हो जाता है. एक्सरसाइज के दौरान वॉर्मअप करने से ब्लड का फ्लो बढ़ता है जिससे हार्ट पर दबाव कम पड़ता है. इसके अलावा गर्म हुई मसल्स जहां तेजी से खिंचती हैं वही ज्यादा तेजी से आराम की पॉजिशन में भी आ जाती है. इससे उनमें चोट लगने का रिस्क भी कम हो जाता है. इसलिए हमेशा एक्सरसाइज से पहले पांच से 10 मिनट तक वॉर्मअप जरूर करें.

स्ट्रेचिंग कौन सी करनी है ये रखें ध्यान
सर्दियों में वॉर्मअप की शुरुआत स्टैटिक स्ट्रेच (static stretch) से कभी नहीं करनी चाहिए. ये वो स्ट्रेचिंग हैं जिसमें आप एक पॉजिशन पर रहते हैं. जैसे जमीन पर पैर फैलाकर बैठना और किसी किसी एक पैर को पकड़कर शरीर पर खिंचाव डालना. ठंडी पड़ी मसल्स पर खिंचाव डालने से उनके चोटिल होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए सर्दियों में डायनेमिक स्ट्रेचिंग (dynamic stretching) करनी चाहिए.  ये ऐसी एक्टिविटी है जिनमें लगातार मूवमेंट होती है, जैसे हाथों को फैलाकर घुमाना.

पानी की मात्रा का रखें ध्यान
डिहाइड्रेशन केवल गर्मियों में नहीं होता है. मेयो क्लिनिक के अनुसार ठंडी हवाएं गर्म हवाओं की तुलना में अधिक ड्राय होती हैं. एक्सरसाइज के दौरान पसीना बहने, ठंड के कारण अधिक यूरिन की वजह से डिहाइट्रेशन की समस्या हो सकती है. इसके अलावा पानी शरीर के टॉक्सीन को बाहर करता है. न्यूट्रीशंस को सेल्स तक पहुंचाकर बॉडी फ्लूड को संतुलित करता है.

हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज से बचें
हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) यानी तेज गति से की जाने वाली एक्सरसाइज से दिल पर अधिक दबाव पड़ता है. ये ट्रेनिंग करते समय, मसल्स को ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है. इस अतिरिक्त ऑक्सीजन के लिए शरीर को अधिक काम करना पड़ता है, जो हार्ट और श्वसन प्रणाली (respiratory system) पर अधिक दबाव डालता है. इससे हार्ट संबंधी समस्या होने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.

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