मीणा बुधवार को ओटीएस में विश्व एड्स दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एड्स पीडित नियमित दवाओं के सेवन से सामान्य जीवन यापन कर सकता है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक प्रदेश को एड्स मुक्त बनाना है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि समाज में जनजागरुकता लाकर ही एड्स बीमारी के खिलाफ जंग को सशक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सावधानी और सतर्कता के जरिए ही हम अपनी पीढ़ियों को सुरक्षित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा प्रशासन शहरों एवं गांवों के संग अभियान में भी मरीजों की स्क्रीनिंग कर निशुल्क दवाएं दी जा रही हैं। सरकार का लक्ष्य 2030 तक प्रदेश को एड्स मुक्त बनाना है।
मीणा बुधवार को ओटीएस में विश्व एड्स दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एड्स पीडित नियमित दवाओं के सेवन से सामान्य जीवन यापन कर सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के जरिए पांच लाख रुपए तक का बीमा दिया जा रहा है। राज्य सरकार जरूरतमंद लोगों की निशुल्क दवाएं और निशुल्क जांचें कर मुख्यमंत्री के निरोगी राजस्थान के संकल्प को साकार कर रही है। उन्होंने जोखिम वाली बीमारियों के मरीजों को आगे आकर जांच करवाने का आव्हान किया।
गांधी दर्शन को जीवन में आत्मसात करने की जरुरत: विधानसभा अध्यक्ष
इस बीच एक अन्य कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा है कि लोगों को गांधी दर्शन को एक व्यक्ति के रूप में पूर्ण रूप से आत्मसात करना चाहिए। जोशी बुधवार को शांति एवं अहिंसा निदेशालय तथा महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गर्वनेंस एंड सोशल साइंसेज के संयुक्त तत्वाधान में सेंट्रल पार्क में आयोजित गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
डॉ. जोशी ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता के लक्ष्य को अहिंसा से प्राप्त किया था, जबकि एक दूसरे वर्ग ने इसे हिंसा से प्राप्त करने की कोशिश की थी। ये दर्शाता है कि अहिंसावादी तरीके से बड़े-बड़े से लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है और उस देश (ब्रिटेन) को हराया जा सकता है, जिस देश के साम्राज्य का सूरज कभी नहीं डूबता था।