पराग अग्रवाल बचपन से ही बहुत होनहार थे। वे पढ़ाई के प्रति हमेशा गंभीर रहते थे। इंटरनेशनल ओलंपियाड में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया था।
ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल और उनकी पत्नी विनीता
भारतीय मूल के पराग अग्रवाल ट्विटर के नए सीईओ बन चुके हैं। उनकी उपलब्धि पर आज हर भारतीय गर्व भी कर रहा है। लेकिन, एक दिन ऐसा भी था जब पराग अग्रवाल राजस्थान के भीलवाड़ा की तंग गलियों में घूमा करते थे। दोस्तों के साथ खेलना, मिठाईयां और चाट-पकौड़ी खाना उन्हें बहुत पसंद था। मुंबई से भीलवाड़ा पहुंचीं पराग अग्रवाल की मां शशि व पिता रामगोपाल अग्रवाल बताते हैं कि बचपन में जब भी छुट्टी होती तो पराग अपने नाना-नानी के घर भीलवाड़ा आने की जिद जरूर करता था। आज इन मुकाम पर पहुंचने के बाद भी ट्विटर सीईओ अपने ननिहाल को बहुत याद करते हैं। पराग के माता-पिता भीलवाड़ा में उनकी बुआ के बेटे अखिलेश मित्तल के घर रुके हैं। वे दो दिनों तक यहीं रहेंगे।
पिता हैं वैज्ञानिक तो मां प्रोफेसर
ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल राजस्थान के अजमेर में जन्मे थे। यहां वह अपने माता-पिता के साथ एक किराए के मकान पर रहते थे, लेकिन बाद बाद में पिता की नौकरी मुंबई में लगने के बाद उनका पूरा परिवार वहीं रहने लगा। पराग के पिता बीएमआरसी में वैज्ञानिक हैं तो मां बीवीजेटीई मुंबई में प्रोफेसर हैं।
बचपन से होनहार थे पराग
पराग के पिता बताते हैं कि पराग बचपन से ही होनहार थे। वे पढ़ाई के प्रति काफी गंभीर रहते थे। इंटरनेशनल ओलंपियाड में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं। उन्होंने आईआईटी मुंबई से पढ़ाई की और आठ मार्च 2018 में ट्विटर के सीटीओ बने थे। इस दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काफी काम किया, इसी के चलते वे सीईओ के मुकाम तक पहुंचे।