हरवीर शर्मा.
धौलपुर. बेटियां (Daughters) अब घर में ही सुरक्षित (Safe) नहीं है. बेटियों को बाहर वालों की बजाय घर वालों से डर होने लग गया है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के धौलपुर जिले में सामने आया है. यहां आठवीं कक्षा की एक छात्रा ने अपने ही पिता पर यौन शोषण (Sexual abuse) का आरोप लगाते हुए स्कूल के हेड मास्टर को प्रार्थना पत्र के माध्यम से इस मामले की शिकायत की है. इस पर स्कूल के एचएम ने बाल कल्याण समिति धौलपुर को इससे अवगत कराया है.
उसके बाद बाल कल्याण समिति ने मामले में एक्शन लेते हुये पहले बालिका की काउंसलिंग की. इसके बाद मामले को संवेदनशील मानते हुए बाड़ी थाना पुलिस को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. बाड़ी थाना पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार बालिका ने आरोप लगाया कि उसका पिता उसके साथ छेड़छाड़ करता है. घटना को लेकर मां विरोध करती है तो मां की मारपीट की जाती है. इस पर सहमी पीड़िता अपनी शिकायत लेकर स्कूल के हेड मास्टर के पास पहुंची और उन्हें लिखित में शिकायत दी. पीड़िता की शिकायत सुनकर हेड मास्टर भी सन्न रह गये.
पुलिस को एक्शन लेने के निर्देश
उन्होंने तत्काल बाल कल्याण समिति अध्यक्ष एडवोकेट रवि पचौरी को मामले से अवगत कराया. एडवोकेट रवि पचौरी ने मामले में बालिका से काउंसलिंग के बाद पुलिस को एक्शन लेने के निर्देश दिये हैं. इस पर पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है. अब वह इसकी जांच-पड़ताल और आगे की कार्रवाई में जुटी है.
स्कूलों में भी बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में घर और स्कूलों में ही लड़कियों के यौन शोषण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लड़कियां इन जगहों पर ही सुरक्षित नहीं है. धौलपुर जैसे कई मामले पहले भी आ चुके हैं. लेकिन ये थमने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं. अपने ही अपनों को शिकार बना रहे हैं. ऐसे बहुत से मामले लोकलाज के डर से घरों में ही दफन होकर रह जाते हैं और वे पुलिस तक पहुंचते ही नहीं हैं.
परिजनों और परिचितों की शिकार हो रही हैं नाबालिग
राजस्थान में होने वाले रेप केसेज को लेकर पूर्व में आई रिपोर्ट के अनुसार इनमें ज्यादातर पीड़ितायें परिजनों, पड़ोसियों और जान पहचान वालों की ही शिकार होती हैं. बाहरी लोग कम होते हैं. खासकर राजस्थान में इस तरह के केस लगातार बढ़ रहे हैं.