राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने अमन फोगट को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को एक मामले में आरोपी नहीं बनाने के लिए पांच लाख रुपये की मांग की थी।
सीबीएन इंस्पेक्टर अमन फोगट को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को एक मामले में आरोपी नहीं बनाने के लिए पांच लाख रुपये की मांग की थी। शिकायत की पुष्टि के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और रिश्वत लेते हुए फोगट को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि बाद में तलाशी के दौरान उसके घर से छह लाख रुपये बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि अलवर में शेखपुर अहीर थाने के थाना प्रभारी (एसएचओ) उप निरीक्षक रामकिशोर को शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता से अपने खिलाफ दर्ज मामले को निपटाने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की थी।
एसीबी के महानिदेशक बी एल सोनी ने कहा कि शिकायत के सत्यापन के बाद रामकिशोर फंस गए थे। उन्होंने बताया कि तीसरे मामले में टोंक जिले में उप निदेशक कृषि राजेंद्र कुमार खंडेलवाल और उनके वरिष्ठ सहायक दिनेश कुमार को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने एक उर्वरक विक्रेता से उसका लाइसेंस नवीनीकृत करने के लिए पैसे मांगे थे, उन्होंने कहा। सोनी ने कहा कि सभी आरोपियों को भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है।