पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफसरों ने इस बाबत जानकारी दी। इस दौरान एडीजी प्रयागराज जोन प्रेमप्रकाश, आईजी रेंज राकेश सिंह व डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी मौजूद रहे। एडीजी जोन ने बताया कि हत्याकांड की जांच पड़ताल के क्रम में जब मृतकों के घर से बरामद मोबाइल को खंगाला गया तो एक अहम सुराग मिला।
एक अज्ञात नंबर का पता चला जिसके जरिए मोबाइल पर लगातार व्हाट्सएप के जरिए मैसेज भेजे जाते थे। तफ्तीश में पता चला कि यह नंबर पड़ोस के गांव कोरसंड में रहने वाले पवन सरोज का है जो मजदूरी करता है और मृतक की बिरादरी का ही है। उससे पूछताछ की गई तो वह पहले तो मैसेज भेजने की बात से साफ मुकर गया।
उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां कुछ कपड़े मिले जिस पर खून जैसे धब्बे थे। हालांकि इसे साफ किया गया था। कपड़े के बाबत पूछने पर भी वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। एक और खास बात यह रही कि जिस दोस्त ने उसे किशोरी का नंबर दिया वह 21 नवंबर से ही गायब है।
यह भी तय है कि आरोपी किशोरी को लगातार मैसेज भेजकर परेशान कर रहा था और जिसका किशोरी विरोध भी करती थी। ऐसे में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे विवेचना के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीएनए खोलेगा कई और राज
फाफामऊ कांड में गिरफ्तार पवन सरोज हत्या की वारदात में शामिल था या नहीं, यह राज डीएनए टेस्ट से खुलेगा। अफसरों का कहना है कि मृतक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था और उसके बॉडी पार्ट्स पर कुछ पदार्थ मिले थे जिनका सैंपल फोरेंसिक टीम ने एकत्र किया था। गिरफ्तार किए गए पवन सरोज के डीएनए सैंपल का मिलान मौके से बरामद इस सैंपल से कराया जाएगा। इसमें सबकुछ साफ हो जाएगा। एडीजी जोन ने बताया कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर सबसे ज्यादा शक के घेरे में पवन ही है, ऐसे में जल्द ही उसके डीएनए सैंपल की जांच कराई जाएगी।
किशोरी के ‘आई हेट यू’ लिखने के बाद अचानक बंद हुई चैटिंग
पुलिस अफसरों ने बताया कि अहम बात यह है कि 21 नवंबर यानी घटना वाली रात से पहले शाम को भी पवन सरोज ने अपने नंबर से एक मैसेज किशोरी के मोबाइल पर भेजा जिसमें उसने आई लव यू लिखा था। इसके कुछ देर बाद ही किशोरी की ओर से आई हेट यू लिखकर इस मैसेज का जवाब दिया गया।