पुवायां सीट के लिए पसीना बहा रहे दलों के दावेदार

पुवायां के राजीव चौक का फाइल फोटो

पुवायां (शाहजहांपुर)। पुवायां विधानसभा क्षेत्र से राजनीतिक दलों ने किसी को प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। एक-एक पार्टी से कई दावेदार होने से प्रत्याशियों को चुनावी वैतरणी से पहले टिकट की वैतरणी पार करनी होगी, जो तमाम संभावित नेताओं के लिए चिंता का कारण है और नेता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की परिक्रमा करते घूम रहे हैं।
पुवायां सुरक्षित सीट से भाजपा के चेतराम पासी विधायक हैं। भाजपा से पहले वह चार बार कांग्रेस से भी विधायक रहे और वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उनको उम्मीदवार भी बनाया और उनको जीत भी मिली। भाजपा से क्षमा वर्मा भी टिकट मांग रही हैं और उन्होंने कई स्थानों पर वॉल पेंटिंग भी कराई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णाराज को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं।
कुछ दिनों से उनकी पुवायां क्षेत्र में सक्रियता देखी जा रही है। सपा से पूर्व विधायक और अब भाजपा में शामिल शकुंतला देवी भी दावेदारों की कतार में हैं। उनके पति मिथलेश कुमार एससीएसटी आयोग के उपाध्यक्ष हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश वर्मा ने बताया कि जहां हमारी पार्टी के विधायक हैं, वहां से अभी आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं। जनपद में जलालाबाद विधानसभा से कुल 16 आवेदन मिले हैं।
सपा से उपेंद्र पाल सिंह, शारदा राज और दिनेश कुमार टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। उपेंद्र पाल की पत्नी नीतू सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। शारदा राज पूर्व में एससीएसटी आयोग की सदस्य रह चुकी हैं। उपेंद्र पाल, शारदा राज और दिनेश कुमार काफी समय से मतदाताओं के बीच जा रहे हैं।
कांग्रेस से मोहिनी सागर, बिंदेश्वरी देवी, सियाराम जाटव, संजीव पासी, अनीता देवी भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। बिंदेश्वरी देवी पार्टी की जिला सचिव हैं तो मोहिनी सागर प्रदेश सचिव हैं। वर्ष 2017 में बसपा से चुनाव लड़ चुके गुरवचन लाल की सक्रियता चुनाव हारने के बाद क्षेत्र में कम हो गई थी, लेकिन इस बार बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उदयवीर सिंह, कटरा के गांव सहिजना के मूल निवासी गौरव सागर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वह बसपा के जिला सचिव और पुवायां विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी भी हैं। पार्टी ने सभी को तैयारी करने को कहा है, लेकिन टिकट की घोषणा नहीं की है।
ब्राह्मण और पासी मतदाता निर्णायक स्थित में
वर्ष 2015 में पंचायत चुनाव के लिए दस साल के अंतराल पर कराए रैपिड सर्वे में एससी वर्ग में पुवायां ब्लॉक का पहला स्थान रहा थ। सर्वे में यहां 29.21 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लोग थे। पुवायां विधानसभा क्षेत्र में पासी, ब्राह्मण मतदाता निर्णायक स्थित में हैं। कुल मतदाताओं में अनुसूचित जाति के मतदाता निर्णायक की भूमिका अदा करते हैं। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित भी है।

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