नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन यूनिट 2 ने एक ऐसे वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया है जोकि चोरी करने के लिए होंडा सिटी कार से आता था. इसकी सूचना जब पुलिस को मिली थी उसने इनको पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछा दिया. यह गैंग दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में वाहनों को अपना निशाना बनाता था. गैंग के लीडर समेत तीन आरोपियों को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है.
इस का गैंग पर्दाफाश करने के लिए एसीपी संजीव कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर विनोद अहलावत के नेतृत्व में एसआई पवन मालिक, हेड कॉन्स्टेबल रामबीर, कॉन्स्टेबल मोहित मालिक और कॉन्स्टेबल सुधीर की टीम का गठन किया गया था.
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव ने बताया कि इनके पास से आठ हाई इन्ड गाड़ियां, एक स्कूटी, एक बाइक, 18 रिमोट कीज़ कार की क्लोन करने में इस्तेमाल किया जाने वाले लेटेस्ट टैब और अन्य कार ब्रेकिंग टूल्स बरामद किए गए है.
मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर नंद नगरी के वजीराबाद रोड स्थित अम्बेडकर कॉलेज बस स्टॉप के पास ट्रैप लगा लगाया और वहां पहुंचे तीनों कार सवार आरोपियों को दबोच लिया गया. जांच में गाड़ी के लक्ष्मी नगर इलाके से चोरी का पता चला है. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
आगे की जांच और पूछताछ के दौरान पुलिस ने उनकी निशानदेही पर छह गाड़ियों और दो बाइक-स्कूटी भी बरामद कर लिए हैं. पुलिस रिमांड के दौरान गैंग लीडर सिराज को लेकर टीम बैंगलुरू भी गयी जहां से उन्होंने एक गाड़ी और बरामद की.
स्क्रैप से खरीदी थी टोटल लॉस वाली होंडा एकॉर्ड गाड़ी
पहले आरोपी ने बताया कि उसने 2020 में टोटल लॉस वाली एक होंडा एकॉर्ड गाड़ी खरीदी, जिसे स्क्रैप में बेच दिया गया. बाद में पंजाबी बाग इलाके से हौंडा एकॉर्ड गाड़ी की चोरी के बाद उस पर टोटल लॉस वाली गाड़ी का नंबर प्लेट लगा दिया. उसने गाड़ी का इंजन नम्बर भी बदल दिया और उसे इस्तेमाल करने लगा. इस गाड़ी से वो अगली चोरी के लिए गाड़ियों की रेकी करता था.
यूपी के संभल के किंगपिन को सौंप देता था ये गाड़ियां
जानकारी के मुताबिक वह उन सभी वाहनों की चोरी करके यूपी के संभल के किंगपिन गुलाम नबी उर्फ मुशाहिद के हवाले कर देता था. जो गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों में इनसे मिलता था. गुलाम नबी ने आरोपी को गाड़ियों के लॉक तोड़ने, चाबियों के क्लोन करने के तरीके सिखाये थे. इसके लिए उसने आरोपियों को एक लेटेस्ट टैब भी दिया था. पुलिस इस पूरे मामले में सभी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.