नई दिल्ली. थाईलैंड ने शुक्रवार को 45 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए अपने दरवाजे फिर से खोल दिए हैं. खास बात यह है कि इन देशों के लोगों को थाईलैंड में क्वारंटाइन फ्री प्रवेश दिया जाएगा. मतलब कि उन्हें एक दिन भी क्वारंटाइन नहीं रहना होगा. दरअसल कोरोना वायरस की वजह से थाईलैंड के सबसे अहम पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. ऐसे में यहां की सरकार ने चुनिंदा 45 देशों के लोगों के लिए क्वारंटाइन फ्री प्रवेश की घोषणा की है, ताकि देश की आर्थिक हालत को सुधारने में थोड़ी मदद मिल सके.
थाईलैंड ने जिन 45 देशों की सूची जारी की है, उसमें कनाडा, सिंगापुर और चीन सहित 42 देश हैं, लेकिन भारत का नाम उनमें शामिल नहीं है. सितंबर में थाईलैंड ने ‘फुकेत सैंडबॉक्स’कार्यक्रम के तहत भारतीय यात्रियों के लिए अपने दरवाजे फिर से खोल दिए थे. लेकिन तब से लेकर अभी तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों में तालमेल की कमी है. अब तो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड वैक्सीन भी फाइजर और मॉडर्ना के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा स्वीकृत टीकों की सूची में शामिल है.
क्या हैं क्वारंटाइन के नियम
अभी के लिए, भारतीय यात्रियों को थाईलैंड में आने पर यहां के अन्य शहरों और प्रांतों की यात्रा करने से पहले कम से कम 7 रातों के लिए एक मान्यता प्राप्त होटल में क्वारंटाइन रहना होगा. थाईलैंड दूतावास ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ‘सैंडबॉक्स’ कार्यक्रम के तहत हवाई मार्ग से थाईलैंड में प्रवेश करने वाले उन यात्रियों को बैंकॉक के एक तय होटल में कम-से-कम 10 दिनों के अनिवार्य क्वारंटाइन से गुजरना होगा, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है. इसमें यह भी कहा गया है कि बिना टीकाकरण वाले बच्चों को भी अपने माता-पिता के साथ 10 दिनों के लिए क्वारंटाइन रहना होगा, भले ही उनका टीकाकरण हो गया हो.
45 देशों की सूची में कौन-कौन से देश शामिल
इस बीच, टाट न्यूज ने बताया कि 45 देशों की अपडेट सूची में ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बहरीन, बेल्जियम, भूटान, ब्रुनेई दारुस्सलाम, बुल्गारिया, कंबोडिया, कनाडा, चिली, चीन, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी शामिल हैं.
इसके अलावा आइसलैंड, आयरलैंड, इज़रायल, इटली, जापान, लातविया, लिथुआनिया, मलेशिया, माल्टा, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, स्लोवेनिया, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यूके, यूएसए और हांगकांग को भी थाईलैंड ने अपनी सूची में जगह दी है.