क्रोनिक हाई ब्लड प्रेशर से मिर्गी का खतरा दोगुना, स्टडी नेवी

हाई बीपी में मिर्गी का दोगुना खतरा : विशेष रूप से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) एक नई बीमारी के अनुसार, उच्च रक्तचाप/उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से किसी भी वयस्क खतरे (मिर्गी) का खतरा बढ़ने का खतरा होता है। ये अध्ययन ‘एपिलेप्सिया (एपिलेप्सिया) क्षरनाल ऑफ खराब खराब खराब खराब हवा के साथ’ में एक है। अध्ययन 2,986 लोगों पर, आयु 58 वर्ष। अध्ययन में 55 नई स्थितियाँ। उच्च रक्तचाप वाले लोगों में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)। इस तरह के मौसम के हिसाब से मौसम के हिसाब से होने वाले मौसम के हिसाब से तापमान बढ़ने पर ऐसा होने पर खतरनाक रोग होने का खतरा होता है।

मिर्गी या एपिलेप्सी (मिर्गी) एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (स्नायविक विकार) है जिसमें व्यक्ति को बार-बार दौरे (फिट) पड़ते हैं। अद्भुत व्यवहार, अपडेटेड व्यवहार, और कभी-कभी बगरूता में कमी के रूप में हैं। प्रेक्षण, ब्रायन की एलेक्ट्रिकल (असामान्य विद्युतीय गतिविधि) तेज तेज या तेज होता है।

कैसे अध्ययन
दैहिक रोग पर नियंत्रण (बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन) मासिक रक्त विकार (Normal BP) के साथ असामान्य रक्तचाप की दवा (एंटी हाइपरटेंशन ड्रग) स्थिति का जोखिम 2.44 बढ़ा।

हालांकि इस रिसर्च में केवल इन दोनों बीमारियों का आपस में संबंध बताया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह होता कैसे है। -अंगरज के बीच, यह आपस में संबंधित है।

गर्भ (मिर्गी) की संतान?
पर्यावरण के लिए फिल्म में शामिल हैं स्थिति, संक्रमण, स्थिति और स्थिति खराब होती है। हालांकि बच्चों और व्यस्कों के करीब 70 प्रतिशत मिर्गी के मामलों में किसी कारण का पता नहीं चल पाता है। डेटाबेस के लिए अन्य जानकारियाँ शामिल हैं और लिख रहे हैं, तनाव, ऐंग्जाइटी या, कुछ खाद्य वस्तुएँ, कोहल अलर्ट, फोटो एडीशन्सी।

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