गांव के लोगों ने बताया सचिन पढ़ाई में होशियार था। उसे अधिकांश समय पढ़ते ही देखा जाता था। होशियार होने के कारण ही उसके साथ के लड़के उससे पढ़ाई के संबंध में जानकारी करते रहते थे।
एटा: छात्र की फाइल फोटो
कक्षा आठ का था छात्र
गांव कासौन निवासी नरेश ने बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम हाउस पर बताया कि उनका 12 वर्षीय पुत्र सचिन गांव के ही विद्यालय में कक्षा आठ में पढ़ता था। बुधवार को वह सुबह के समय स्कूल गया। वहां किसी बात को लेकर साथियों से मारपीट हो गई। इस पर स्कूल के शिक्षक ने उसे कमरे में बंद कर मारपीट की और बैग बाहर फेंक कर परिजनों को बुलाकर लाने को कहा। इसी बात को लेकर सचिन ने घर आकर दोपहर करीब दो बजे फांसी लगा ली। अन्य बच्चों के घर पहुंचने पर मामले की जानकारी हुई। नरेश ने कहा कि थाने में तहरीर दे दी है।
पल्लेदारी करता है पिता
नरेश ने बताया वह खेतीबाड़ी के साथ पल्लेदारी का कार्य करता है। बुधवार को काम के सिलसिले में एटा आया था। पत्नी संगीता देवी खेत पर गईं थी। जबकि अन्य बच्चे स्कूल से नहीं लौटे थे। इस दौरान ही सचिन को फांसी लगाने का मौका मिल गया।