उत्तराखंड के यूएस नगर में वीजा कंसल्टेंसी फर्म पर तीन दोस्तों ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप

चंदन बंगारी
रुद्रपुर. युवाओं को विदेश में सैटल करवाने के नाम पर उत्तराखंड में धोखेबाज और ठग काफी सक्रिय हैं. अगर आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिले, जो वीज़ा, पासपोर्ट या नौकरी के नाम पर विदेश भिजवाने का लालच दे, तो सावधान रहें. रुद्रपुर में तीन दोस्तों ने ऐसे ही एक ठग के झांसे में आकर 33 लाख रुपये से ज़्यादा की रकम गंवा दी. यही नहीं, ये रकम वापस मांगना भी उन्हें महंगा पड़ा क्योंकि उन्हें रकम के बदले मिली जान की धमकी. अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और लाखों के ट्रांज़ैक्शन के साथ ही बाकी डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं.

पहले लालच देकर शीशे में उतारा
ट्रांजिट कैम्प थाने में दर्ज हुए मामले के मुताबिक आवास विकास निवासी अनमोल कक्कड़ ने बताया कि साल 2020 में अनमोल की मुलाकात मनदीप सिंह से हुई थी. मनदीप की एक्सीलेंसी वीज़ा कंसल्टेंट फर्म उनके घर के पास ज्योतिनगर में है. मनदीप ने अनमोल को भरोसे में लिया था कि वह उसका कनाडा का वीज़ा बनाने के साथ वहां परमानेंट सेटल करा देगा. उसने पीलीभीत निवासी अपने दोस्त प्रजीत सिंह और प्रीत विहार रुद्रपुर निवासी सिद्धार्थ अरोरा को इसकी जानकारी दी. तीनों दोस्त मनदीप सिंह से मिले तो मनदीप ने भरोसा दिलाया कि वो आइलेट्स का पेपर क्लीयर कराकर तीनों को कनाडा भेज देगा.

इसके बाद शुरू हुई चार सौ बीसी
अब मनदीप ने पैसे झटकना शुरू किया. उसने प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये खर्चा बताया. सिद्धार्थ ने 20 फरवरी 2020 को पांच लाख रुपये मनदीप को दे दिए. अनमोल ने बताया कि उसने अप्रैल 2021 में अपने और प्रजीत के लिए 20.92 लाख रुपये मनदीप सिंह के खाते में ट्रांसफर किए. अगस्त में सिद्धार्थ ने 7.53 लाख मनदीप के खाते में डालकर पासपोर्ट भी जमा कराए. मनदीप ने सितंबर में कनाडा भिजवाने का आश्वासन दिया था लेकिन वादा तोड़ दिया.

इधर, मनदीप ने प्रजीत को जो दस्तावेज़ दिए थे, वो फर्जी पाए गए. अनमोल का कहना है कि वह अपने दोस्तों के साथ मनदीप से रुपये वापस मांगने गया लेकिन मनदीप ने रुपये देने से इनकार कर जान से मारने की धमकी भी दी. ट्रांजिट कैम्प के प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि मनदीप के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.

खातों में रकम डालने और कैश लेने का खेल भी
अनमोल ने बताया कि मनदीप ने समय समय पर तीनों के खातों में थोड़े थोड़े रुपये ट्रांसफर किए थे. असल में मनदीप ने इन लोगों से कहा था कि बैंक स्टेटमेंट में रेगुलर ट्रांज़ैक्शन होना ज़रूरी है इसलिए वह खाते में पैसे डालता था और इन लोगों से उतना ही कैश ले लेता था. इस तरह 7 लाख से ज़्यादा की रकम मनदीप को तीनों ने वापस किए. मनदीप ने जालसाज़ी से कुल 33.45 लाख रुपये ठगे. अनमोल और उसके दोस्तों का आरोप है कि उनके परिवारों की जमा पूंजी ठग ली गई.

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